अनुदान में 75% वृद्धि पर कोई कार्रवाई नहीं
20 सितंबर 2024 तक अनुदान में 75% बढ़ोतरी के संबंध में कैबिनेट के संलेख को मंत्री परिषद को नहीं भेजा गया। राज्य कर्मी के विभागीय पत्र पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके परिणामस्वरूप, अगर 20 सितंबर तक कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो मोर्चा मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने के लिए बाध्य होगा।
घेराव की तिथि का निर्धारण
घेराव की तिथि का निर्णय प्राचार्य, प्रधानाचार्य और शिक्षक प्रतिनिधियों की रांची में होने वाली बैठक में लिया जाएगा। यह बैठक 24 सितंबर 2024 को सुबह 11 बजे, सर्वोदय बाल निकेतन उच्च विद्यालय, धुर्वा, रांची में आयोजित होगी।
अनुदान वृद्धि का कैबिनेट संलेख लंबित
- 75% अनुदान वृद्धि का कैबिनेट संलेख एक सप्ताह से प्रभारी सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के पास लंबित है।
- प्रभारी सचिव इसे मंत्री के अनुमोदन के लिए आगे नहीं भेज रहे हैं, जबकि मोर्चा ने इस मुद्दे पर शिक्षा सचिव से वार्ता और ज्ञापन सौंपा था।
- शिक्षा सचिव ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया था, फिर भी संलेख एक सप्ताह से लंबित है।
- जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों ने भी संचिका मंत्री को भेजने के लिए कहा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
27% बकाया अनुदान अभी तक नहीं मिला
- 27% बकाया अनुदान की राशि अब तक स्कूल-कॉलेजों को नहीं दी गई है, जबकि 04 जून 2024 को आचार संहिता खत्म हो गई थी।
- 2024-25 के लिए 100 करोड़ की राशि आ चुकी है, फिर भी अनुदान नहीं मिला।
- मोर्चा लगातार मांग कर रहा है कि राशि जल्द जारी हो, अन्यथा संस्थान वित्तीय कठिनाइयों का सामना करेंगे।
वित्त रहित शिक्षक कर्मियों की समस्याएँ
वित्त रहित शिक्षक कर्मी अनुदान की कमी के कारण भुखमरी का सामना कर रहे हैं। मोर्चा ने शिक्षा सचिव से इस मुद्दे पर वार्ता की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। मोर्चा ने 20 सितंबर के बाद उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है, जिसमें हजारों शिक्षक कर्मी रांची के सड़कों पर उतर सकते हैं।
मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन
मोर्चा 13 सितंबर को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन देगा। अगर तब तक अनुदान जारी नहीं हुआ, तो स्कूल और कॉलेज अपने-अपने क्षेत्रों में हाईवे अवरुद्ध करने की कार्रवाई करेंगे।
बैठक में सर्वसम्मति
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई, तो 20 सितंबर के बाद हजारों शिक्षक रांची में सड़कों पर उतरेंगे और उग्र आंदोलन करेंगे। घेराव का अंतिम निर्णय 24 सितंबर को प्राचार्य और प्रधानाचार्य की बैठक में लिया जाएगा।
बैठक के प्रमुख सदस्य
इस बैठक में प्रमुख रूप से हरिहर प्रसाद कुशवाहा, रघुनाथ सिंह, फजलुल कदीर अहमद, गणेश महतो, अरविंद सिंह, अनिल तिवारी, देवनाथ सिंह, संजय कुमार, रघु विश्वकर्मा, पशुपति महतो, मनोज कुमार, मनीष कुमार, फादर तेज कुमार लिंडा, छून्नू साहू, विनय कश्यप, नरोत्तम सिंह, अभय कुमार शामिल थे।