झारखंड में तीसरे चरण के लिए आज प्रचार समाप्त हो जाएगा। शाम 5:00 के बाद प्रत्याशियों के पक्ष में किसी प्रकार की चुनावी सभा या लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इतना ही नहीं जो पार्टी के नेता दूसरे प्रदेशों से आए हैं उन्हें आज शाम 5:00 बजे तक झारखंड छोड़ना होगा।
4 सीटों के लिए 25 को मतदान.
इस चरण में रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह इन चार लोकसभा सीटों के लिए आगामी 25 में को वोट डाले जाएंगे। अब तक झारखंड में कुल 7 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुके हैं। इन चार सीटों के मतदान होने के साथी 11 सीटों पर वोटिंग वोटिंग पूरी हो जाएगी। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं।
कुल 93 उम्मीदवार.
इन चारों ही संसदीय क्षेत्र में कुल 93 उम्मीदवार चुनावी मैदान में दो-दो हाथ कर रहे हैं। उम्मीदवारों की सबसे ज्यादा संख्या है रांची लोकसभा क्षेत्र में। यहां से 27 प्रत्याशी किस्मत आज़मा रहे हैं। इसके बाद गिरिडीह में 16, धनबाद और जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र में 25-25 प्रत्याशी आमने-सामने हैं। मतदाताओं की अगर बात करें तो कुल 82 लाख 16 हजार मतदाता अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल करेंगे पुरुष मतदाताओं की संख्या 42 लाख 9000 है जबकि महिला वोटरों की संख्या 40 लाख 9000 है। थर्ड जेंडर की संख्या भी 290 है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि, इस चरण के चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। शुक्रवार से पोलिंग पार्टियों रवाना होगी।
प्रमुख प्रत्याशियों को जानिए.
प्रमुख प्रत्याशियों की बात करें तो रांची लोकसभा सीट के लिए बीजेपी के निवर्तमान सांसद संजय सेठ के सामने कांग्रेस की प्रत्याशी यशस्विनी सहाय चुनावी मैदान में किस्मत आज़मा रही हैं। संजय सेठ को दोबारा पार्टी ने मौका दिया है। जबकि यशस्विनी सहाय पहली बार राजनीति में कदम रखी हैं और उन्हें रांची लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का पार्टी ने मौका दिया है।
जयराम भी चुनाव मैदान में.
गिरिडीह लोकसभा सीट की अगर बात करें तो यहां से एनडीए गठबंधन के तहत आजसू को यह सीट मिली है। यहां से आजसू के सीपी चौधरी चुनावी मैदान में दो दो हाथ कर रहे हैं। उनके सामने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो सामने हैं। खास बात यह है कि, गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो यहां से निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी सभाओं में जुटने वाली भीड़ विरोधियों को परेशान कर सकती है।
धनबाद में भी कड़ा मुकाबला.
धनबाद की बात करें तो यहां से एनडीए के प्रत्याशी ढुल्लू महतो के सामने कांग्रेस ने अनूप सिंह की धर्मपत्नी अनुपमा सिंह को चुनाव में उतारा है। हालांकि यहां से सरयू राय भी चुनाव लाना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने उनको समर्थन नहीं दिया। लिहाजा, उन्सहोने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। सरयू राय लगातार ढुल्लू महतो की आपराधिक छवि को लेकर हमला बोल रहे हैं। यहां से भी झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति ने एखलाख अंसारी को चुनावी मैदान में उतारा है।
जमशेदपुर की बात करें तो यहां से विद्युत वरण महतो को पार्टी ने एक बार फिर से मौका दिया है। उनके सामने झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी समीर मोहंती मुकाबला कर रहे हैं। इन चार सीटों में से ज्यादातर सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभाएं हो चुकी हैं। इस बीच चुनाव आयोग की कोशिश है कि, पहले की दो चरणों के मुकाबले इस चरण में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाया जाए।