झारखंड मुख्य मोर्चा के केंद्रीय महासचिव एवं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति पर कटाक्ष किया है। रांची में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने जयराम महतो और उनकी पार्टी को लेकर बयान दिया है। पत्रकारों ने जब कहा की जयराम महतो की पार्टी 50 से 55 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है। इस पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि, बेहतर तो यह होता कि सभी 81 सीटों पर जयराम की पार्टी चुनाव लड़ती। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि, वे यह तो नहीं कहेंगे की ये उनका बचपना है। क्योंकि वे एक राजनीतिक पार्टी चला रहे हैं। राजनीतिक तौर पर उभर रहे हैं। पत्रकारों के एक दूसरे सवाल का जवाब देते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि, जयराम महतो के पिता झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्य रहे हैं।
आपको बता दे कि, जयराम महतो की पार्टी झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति आगामी विधानसभा चुनाव में 50 से 55 सीटों पर विधानसभा चुनाव लाने जा रही है। झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 8 लोकसभा उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जिसमें से ज्यादातर सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार तीसरे पायदान पर रहे। खुद जयराम गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े। वे भी तीसरे पोजीशन पर पहुंच सके।
पार्टी का अब पूरा जोर आगामी विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी को भरोसा है कि, जिस तरह लोकसभा चुनाव में करीबन 8 लाख से ज्यादा वोट उनके उम्मीदवारों को मिले। ये विधानसभा चुनाव में और बढ़ेगा। उनके कई विधायक विधानसभा पहुंचेंगे। सरकार बनाने में उनकी दखल हो सकती है।
इस बीच रांची में जयराम महतो ने कहा है कि, वे किसी भी गठबंधन या पार्टी के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। चुनाव परिणाम आने के बाद वे लोगों से राय मशविरा करने के बाद ही कोई एलाइंस करेंगे। कोई प्री पोल एलायंस नहीं होगा। कुल मिलाकर जयराम को लगता है कि, जो सपोर्ट उनकी पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिला है। अगर ये जारी रहता है तो झारखंड की राजनीति में वे बड़े खिलाड़ी के तौर पर उभर सकते हैं।