मुख्य बातें:
- कृषि विभाग की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर।
- बिजली विभाग को जर्जर तार बदलने और विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश।
- हाथी प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता अभियान और सामग्री वितरण।
- योजनाओं को समय पर धरातल पर उतारने की आवश्यकता।
- 16 जनवरी को ऊर्जा मित्रों की कार्यशाला की घोषणा।
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने की बेड़ों प्रखंड में मैराथन बैठक
सरकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बेड़ों प्रखंड कार्यालय में विकास योजनाओं को लेकर एक मैराथन बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए तत्परता दिखाएं। मंत्री ने कहा कि जब तक अधिकारी और कर्मचारी पूरी तरह सक्रिय नहीं होंगे, तब तक योजनाओं का लाभ लाभुकों तक नहीं पहुंच सकेगा।
VLW पर विशेष फोकस
मंत्री ने बताया कि कृषि विभाग की योजनाओं पर विशेष ध्यान देने के लिए VLW (Village Level Workers) को टास्क सौंपा गया है। इससे पहले वे अन्य विभागों की योजनाओं पर काम कर रहे थे।
बिजली विभाग को सुधार का निर्देश
बैठक में बिजली विभाग के अधिकारियों को जर्जर तार बदलने और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही, 16 जनवरी को ऊर्जा मित्रों के लिए कार्यशाला आयोजित करने की घोषणा की गई।
हाथी प्रभावित क्षेत्र में जागरूकता अभियान
हाथी प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं, जहां ग्रामीणों को पटाखा और टॉर्च वितरित किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं।
योजनाओं को कागज से जमीन तक लाने की आवश्यकता
मंत्री ने कहा कि योजनाएं आज भी कागजों तक सीमित हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि कृषि विभाग की 700 करोड़ रुपये की राशि PL अकाउंट में पड़ी है, जिसे खर्च कर लाभुकों तक पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए।
बैठक में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी
बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रमुख बिनीता कच्छप, जिला परिषद सदस्य बेरोनीका उरांव समेत अन्य कई जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।