अडानी महाघोटाले की जांच के लिए जेपीसी गठन की मांग
अखिल भारतीय कांग्रेस के निर्देशानुसार, प्रदेश कांग्रेस द्वारा नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के समक्ष अडानी महाघोटाले की जांच के लिए जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंटरी कमेटी) गठन की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
केशव महतो कमलेश का संबोधन
इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केशव महतो कमलेश ने कहा कि कांग्रेस द्वारा अडानी महाघोटाले की जांच की मांग बार-बार की गई, परंतु केंद्र सरकार ने इसे हमेशा नकारा है। हाल ही में हिंडनबर्ग द्वारा किए गए ताजा खुलासों से कांग्रेस के आरोप सच साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा जेपीसी की मांग की जा रही है, लेकिन केंद्र सरकार का इससे भागना साबित करता है कि वह अपने मित्रों को बचाना चाहती है।
ईडी की कार्यप्रणाली पर सवाल
महतो ने आगे कहा कि हर छोटे-बड़े मसले पर विरोधी दलों को निशाना बनाने वाली ईडी इस मामले में चुप है, जो उनकी लाचारी को उजागर करता है। इससे स्पष्ट हो गया है कि देश की जांच एजेंसी केंद्र सरकार के हथियार के रूप में काम कर रही है, जो सत्ता के इशारे पर विरोधी नेताओं पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजने और गैर-भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को गिराने के लिए केंद्र के टूल किट के रूप में उपयोग हो रही है। उन्होंने ईडी के अधिकारियों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी, तब सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
डॉ. रामेश्वर उरांव का वक्तव्य
कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश आर्थिक घोटालों की जद में है। मध्यम वर्गीय परिवारों के पैसों की रक्षा करने वाली सेबी जैसी संस्थाएं भी इस सूची में शामिल हो गई हैं, लेकिन केंद्र सरकार सोई हुई है। उन्होंने कहा कि यदि अडानी महाघोटाले की जांच जेपीसी करती है, तो केंeद्र में बैठे हुक्मरानों का पर्दाफाश हो जाएगा। शायद इसी वजह से प्रधानमंत्री मोदी इस मामले पर चुप हैं, लेकिन सत्ता के घमंड में जनता से बचने वालों को आखिर जनता के बीच जाना होगा, जहां जनता उनका हिसाब अवश्य करेगी।
प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मंत्री दीपिका पांडे सिंह, प्रदीप यादव, पूर्व विधायक ममता देवी, अमूल्य नीरज खलको, सतीश पॉल मुंजनी, अजय नाथ शाहदेव, सोनाल शांति, कमल ठाकुर, गुंजन सिंह, राकेश किरण महतो, आभा सिन्हा, भीम कुमार, सुल्तान अहमद, गजेंद्र सिंह, प्रशांत पांडे, अजय सिंह, नीतू देवी, पिंकी सिंह, शांतिबाला, पुनीता चौधरी, नलिनी सिन्हा, आनंद बिहारी दुबे सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।