राज्य सरकार के वादे और हकीकत: पांच साल बाद भी अधूरी उम्मीदें
चुनाव के दौरान राज्य सरकार लोकलुभावन वादों की एक बड़ी पोटली लेकर जनता के बीच आई थी। अब जबकि पांच साल का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, जनता को निराशा के अलावा कुछ नहीं मिला। सरकार ने जो बड़े-बड़े वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है। स्थानीय, नियोजन और विस्थापन नीति बनाने के वादे भी केवल कहानियां बनकर रह गई हैं। जनता को न नीति मिली और न ही नियोजन। यह सरकार जनता को केवल ठगने का काम कर रही है।
सुदेश कुमार महतो की तीखी प्रतिक्रिया
यह बातें पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने रिंग रोड स्थित तुरुप (रूदिया) में आयोजित खिजरी विधानसभा स्तरीय ग्राम प्रभारी सम्मेलन में कहीं। इस दौरान उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव और वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की। महतो ने कहा कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की सोच केवल अपने परिवारों तक सीमित है। इन्होंने राज्य के विकास की बजाय अपने निजी विकास को प्राथमिकता दी है, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा है। खिजरी की जनता ने कांग्रेस को वोट दिया था, लेकिन बदले में उन्हें विकास से महरूम रहना पड़ा।
बदलाव की मांग और कार्यकर्ताओं का आह्वान
महतो ने कहा कि अब राज्य की जनता बदलाव चाहती है, और इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार रहना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गांवों के समग्र विकास के लिए ग्राम सभा और पंचायतों को मजबूत करें। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि ग्राम सभा को कमजोर कर दिया गया है, जिसके कारण गरीबों के लिए बनाई गई अबुआ आवास योजना अब “बबुआ आवास योजना” बनकर रह गई है। इस योजना के तहत गरीबों को घर मिलने की बजाय पैसे वाले लोगों को घर दिए जा रहे हैं।
कार्यकर्ताओं के लिए संदेश
सुदेश महतो ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पूरी सक्रियता और एकाग्रता के साथ मंजिल पाने का जुनून पैदा करें। पार्टी का बौद्धिक दायरा बढ़ाते हुए राजनीतिक स्थिति को बदलना ही उनका मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में डूबी इस सरकार को जनता करारा जवाब देगी।
सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख नेता
इस सम्मेलन में कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, केंद्रीय सचिव सह पूर्व प्रत्याशी पारसनाथ उरांव, सुधीर यादव, जिला अध्यक्ष संजय महतो, और कई अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।